UNEP यंग चैंपियंस ऑफ़ द अर्थ 2025: युवाओं के नवाचार से पर्यावरण संरक्षण को नई दिशा 🌍
UNEP यंग चैंपियंस ऑफ़ द अर्थ 2025: युवाओं के नवाचार से पर्यावरण संरक्षण को नई दिशा 🌍
परिचय
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने अपने सबसे प्रतिष्ठित युवा पुरस्कार, “यंग चैंपियंस ऑफ़ द अर्थ” के 2025 के विजेताओं की घोषणा की है। इस वर्ष यह सम्मान भारत, केन्या और संयुक्त राज्य अमेरिका के तीन असाधारण युवा उद्यमियों को उनके अभिनव (innovative) और परिवर्तनकारी पर्यावरणीय समाधानों के लिए दिया गया है। यह पुरस्कार उन युवाओं की पहचान करता है जो दुनिया की सबसे गंभीर पर्यावरणीय चुनौतियों, जैसे जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और जैव विविधता के नुकसान से निपटने के लिए साहसिक विचार रखते हैं।
“यंग चैंपियंस ऑफ़ द अर्थ” पुरस्कार क्या है?
यह UNEP का प्रमुख युवा जुड़ाव कार्यक्रम है, जिसे 2017 में लॉन्च किया गया था। यह 30 वर्ष से कम आयु के उन युवाओं को मान्यता देता है जिनके पास पर्यावरण की रक्षा और पुनर्स्थापना के लिए उत्कृष्ट विचार हैं।
-
उद्देश्य: युवा उद्यमियों, वैज्ञानिकों, अर्थशास्त्रियों और कार्यकर्ताओं को उनके विचारों को साकार करने के लिए एक वैश्विक मंच और समर्थन प्रदान करना।
-
समर्थन: विजेताओं को सीड फंडिंग (seed funding), विशेषज्ञ मार्गदर्शन (mentorship), और अपने समाधानों को बढ़ाने के लिए संचार सहायता प्रदान की जाती है।
2025 के विजेता और उनके प्रेरणादायक नवाचार 🌱
इस वर्ष दुनिया भर के 5,000 से अधिक आवेदकों में से तीन विजेताओं को चुना गया है, जिन्होंने अपने अनूठे समाधानों से जूरी को प्रभावित किया।
1. जिनाली मोदी (28, भारत) – टिकाऊ फैशन की प्रणेता
-
इनोवेशन: “बनोफ़ी लेदर” (Banofi Leather)
-
विवरण: जिनाली की महिला-नेतृत्व वाली कंपनी केले की फसल के कचरे से पौधा-आधारित, क्रूरता-मुक्त चमड़ा (plant-based, cruelty-free leather) बनाती है। यह पारंपरिक चमड़े का एक स्थायी विकल्प है, जो फैशन उद्योग के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करता है।
-
प्रभाव: पारंपरिक चमड़े की तुलना में, बनोफ़ी लेदर पानी के उपयोग में 95% की कमी, कार्बन उत्सर्जन में 90% की कटौती करता है और जहरीले कचरे को पूरी तरह खत्म करता है।
2. जोसेफ नगुथिरु (27, केन्या) – कचरे से समाधान
-
इनोवेशन: “हयापैक” (HyaPak)
-
विवरण: जोसेफ की कंपनी केन्या की नैवाशा झील में आक्रामक रूप से फैलने वाली जलकुंभी (water hyacinth) को बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग बैग और पौधों के रैपर में बदल देती है।
-
प्रभाव: यह नवाचार न केवल झील के पारिस्थितिकी तंत्र को पुनर्स्थापित करने में मदद करता है, बल्कि सिंगल-यूज़ प्लास्टिक का एक स्थायी विकल्प भी प्रदान करता है, जिससे कृषि भूमि स्वस्थ होती है और कार्बन उत्सर्जन कम होता है।
3. नोएमी फ्लोरिया (24, संयुक्त राज्य अमेरिका) – जल संरक्षण की नई तकनीक
-
इनोवेशन: “साइक्लो” (Cycleau)
-
विवरण: नोएमी ने एक कॉम्पैक्ट ग्रे-वॉटर रीयूज़ सिस्टम विकसित किया है जो घरों में सिंक और शॉवर के नीचे लगाया जा सकता है। यह सिस्टम बहुत कम ऊर्जा का उपयोग करके बेकार पानी को पीने योग्य पानी में परिवर्तित करता है।
-
प्रभाव: यह तकनीक हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लिए स्वच्छ जल तक पहुँच बढ़ाती है और जल संरक्षण के प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान देती है।
इस सम्मान का महत्व
-
युवा शक्ति को मान्यता: यह पुरस्कार दुनिया भर के युवाओं को यह संदेश देता है कि उनके अभिनव विचार पर्यावरण संकट से निपटने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
-
समाधानों को बढ़ावा: यह छोटे स्तर पर शुरू हुए प्रभावी समाधानों को वैश्विक मंच प्रदान करता है, जिससे उन्हें विस्तार करने और बड़ा प्रभाव डालने में मदद मिलती है।
-
प्रेरणा का स्रोत: जिनाली, जोसेफ और नोएमी की कहानियाँ लाखों अन्य युवाओं को पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करने के लिए प्रेरित करेंगी।
निष्कर्ष
2025 के यंग चैंपियंस ऑफ़ द अर्थ यह साबित करते हैं कि युवा पीढ़ी के पास न केवल हमारे ग्रह की चुनौतियों की गहरी समझ है, बल्कि उन्हें हल करने के लिए रचनात्मक और व्यावहारिक समाधान भी हैं। भारत, केन्या और अमेरिका के इन चैंपियंस का काम आशा की किरण है और यह दिखाता है कि दृढ़ संकल्प और नवाचार के साथ एक स्थायी भविष्य का निर्माण संभव है।